रक्तदान को बढ़ावा देने के लिए हर साल 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य दुनिया में जरूरत के मुताबिक खून उपलब्ध करवाना है।

रक्तदान को महादान माना जाता है लेकिन आज भी करोड़ो लोगो में रक्तदान के प्रति जागरूकता नही है इसलिए हर साल 14 जून को रक्तदान के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए विश्व रक्तदान दिवस मनाया जाता है। रक्तदान की कमी को केवल जागरूकता से ही दूर किया जा सकता है लेकिन जहाँ एक तरफ लोग रक्तवीरो की प्रशंसा करते है वही दूसरी तरफ रक्तदान करने से डरते है। विश्व रक्तदान दिवस उन सभी रक्तवीरो और रक्तसेवको को समर्पित है जो दिन रात लोगो की मदद करने के लिए तैयार रहते है।
ब्लड डोनेट करने से न सिर्फ किसी की जान बचाई जा सकती है, बल्कि ये हमारी खुद की सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है. इसके बावजूद कई लोग रक्तदान करने से हिचकिचाते हैं. एक्सपर्ट कहते हैं कि रक्तदान से दिल की सेहत में सुधार और वजन कंट्रोल समेत हेल्थ को कई बड़े फायदे होते हैं. ये रक्तदाता के शरीर और मन दोनों पर बहुत अच्छा प्रभाव डालता है. इसलिए इसके प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 14 जून को वर्ल्ड ब्लड डोनर डे सेलिब्रेट किया जाता है।
रक्तदान के 6 बड़े फायदे
1. दिल की सेहत में सुधार
2. रेड सेल्स निर्माण
3. संतुलित वजन
4. कैंसर का जोखिम कम
5. अच्छी सेहत
6. हेल्थ चेकअप
डॉक्टर्स कहते हैं कि 18 से 60 साल की उम्र का कोई भी व्यक्ति रक्तदान कर सकता है. बस, इसके लिए जरूरी है कि वह स्वस्थ हो और कुछ मानकों को पूरा करता हो. अगर आपको कोई बीमारी है या आप कोई दवा ले रहे हैं तो बेहतर होगा कि रक्तदान से पहले अपने चिकित्सक से सलाह ले लें और रक्तदान के लिए हो रही जांच के समय पूरी जानकारी दें ।
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